पति-पत्नी का रिश्ता बेहद खूबसूरत होता है। मगर इस रिश्ते में छोटी-मोटी नोकझोंक तो होती ही रहती है। लेकिन कई बार यही छोटी-मोटी नोकझोंक बड़े झगड़े का कारण बन जाती है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में गृह क्लेश कहा गया है। यह गृह क्लेश न केवल रिश्तों में कड़वाहट लाता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन से सारी खुशियां छीन लेता है।
जाहिर है कि आप में से कोई भी नहीं चाहेगा कि पार्टनर से झगड़ा इस कदर बढ़ जाए कि रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाए। इसलिए हमने गृह क्लेश को दूर करने के उपाय एक्स ट्रोलॉजर डॉक्टर शेफाली गर्ग से पूछे। वह कहती हैं, “कई बार हमारी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि उससे निकलने वाली ऊर्जा हमें ऐसा बना देती है कि हम झगड़ा करने लगते हैं। मगर कुछ ज्योतिषी उपाय हैं, जिन्हें अपना कर गृह क्लेश से बचा जा सकता है।”
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक गृह क्लेश क्यों होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गृह क्लेश के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- लग्न और लग्नेश की स्थिति:
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सबसे पहले देखा जाता है कि पति या पत्नी की कुंडली में लग्न और लग्नेश की स्थिति क्या है। यदि कुंडली में किसी का भी या दोनों का ही लग्न और लग्नेश कमजोर है, नीच की अवस्था में है, पीड़ित है या फिर पाप कर्तरी में है, तो यह स्थिति संकेत देती है कि दोनों के बीच झगड़े होने ही हैं। - चंद्रमा की कमजोरी:
सुख भाव का स्वामी चंद्रमा होता है। अगर चंद्रमा कमजोर है (चंद्रमा दोष), तो इससे आपके इमोशन पर असर पड़ता है। अगर व्यक्ति का मन ही स्थिर नहीं रहेगा, तो इससे झगड़ा होगा ही। - बुध की कमजोरी:
चंद्रमा के बाद कुंडली में बुध की स्थिति देखी जाती है, क्योंकि बुध ही हमारी बुद्धि और विवेक का कारक होता है। अगर बुध कमजोर है, तो इसका मतलब है कि जो परिस्थितियां हमारे सामने आ रही हैं, उन्हें हम संभालने के काबिल ही नहीं हैं। ऐसे में भी क्लेश होता है। - मंगल दोष:
मंगल दोष व्यक्ति को मूर्ख, जल्दबाजी और बिना सोचे-समझे बोलने वाला बनाता है। यदि आपकी कुंडली में मंगल कमजोर है, तो आपके अंदर ये सारी कमियां होंगी ही। ऐसे में आपका पार्टनर से लड़ाई-झगड़ा हो सकता है।
वास्तु शास्त्र में गृह क्लेश दूर करने के उपाय
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की ऊर्जा और वातावरण का सीधा संबंध गृह क्लेश से होता है। यदि घर में वास्तु दोष हो, तो यह गृह क्लेश को बढ़ा सकता है। निम्नलिखित वास्तु उपायों को अपनाकर आप गृह क्लेश को दूर कर सकते हैं:
- ईशान कोण का महत्व:
घर के ईशान कोण को सबसे शुभ माना गया है। वैसे तो ईशान कोण में हमेशा मंदिर ही होना चाहिए। लेकिन अगर आपने इस कोण में टॉयलेट बना रखा है या फिर गंदगी इकट्ठा कर रखी है, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है और गृह क्लेश का कारण बनती है। - छत को साफ रखें:
कई लोग अपने घर की छत को साफ नहीं रखते हैं और भारी-भारी सामान रख देते हैं। छत में भारी सामान आपके सिर को भी भारी बनाता है। इससे आप हमेशा क्रोध से भरे रहते हैं। - काले रंग का कम इस्तेमाल:
घर का इंटीरियर डेकोरेशन करवाते वक्त लोग इस बात का ध्यान नहीं देते हैं कि काले रंग का कम इस्तेमाल करें। काला रंग सकारात्मकता और संवेदनाओं को सोख लेता है। ऐसी स्थिति में भी झगड़े होते हैं। - शीशों की स्थिति:
अगर आपके घर में 2 शीशे आमने-सामने हैं, तो आपको एक शीशे को हटा देना चाहिए या फिर एक शीशे को ढक देना चाहिए। - नॉर्थ-ईस्ट कॉर्नर को साफ रखें:
इसके साथ ही आपको अपने घर के नॉर्थ-ईस्ट कॉर्नर को भी साफ रखना चाहिए।
गृह क्लेश के वैदिक उपाय
वैदिक उपायों को अपनाकर भी आप गृह क्लेश को दूर कर सकते हैं। ये उपाय निम्नलिखित हैं:
- गंगाजल का छिड़काव:
आपको नियमित रूप से अपने घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा। - घी का दीपक जलाएं:
घर की पूर्व दिशा में नियमित रूप से घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे भी घर में शांति का वातावरण बना रहेगा। - कपूर जलाएं:
घर में नियमित रूप से कपूर को घी में डिप करके जलाएं। कपूर के उपाय से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है। - नमक का उपयोग:
घर में पोछा लगाते वक्त पानी में आपको नमक जरूर डालना चाहिए। नमक से भी घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है। मगर बृहस्पतिवार और शुक्रवार के दिन ये उपाय न करें।
निष्कर्ष
गृह क्लेश एक ऐसी समस्या है जो न केवल रिश्तों को प्रभावित करती है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता भर देती है। ज्योतिष, वास्तु और वैदिक उपायों को अपनाकर आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। यदि आप इन उपायों को नियमित रूप से अपनाएंगे, तो आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहेगा और गृह क्लेश दूर होगा।
इसके अलावा, यदि समस्या गंभीर है, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना भी उचित होगा।
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